‘यह गुंडागर्दी है’, शेख मुजीबुर रहमान के आवास पर हमले के बाद भारत ने यूनुस सरकार की आलोचना की
बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना ने बुधवार रात (05 फरवरी) को अवामी लीग पार्टी के समर्थकों को संबोधित किया। हालांकि, संबोधन के बाद प्रदर्शनकारियों ने ढाका के धानमंडी इलाके में मुजीबुर रहमान के घर के सामने रैली निकाली। प्रदर्शनकारियों ने शेख मुजीबुर रहमान के ऐतिहासिक आवास पर हमला किया। प्रदर्शनकारियों ने मुजीबुर रहमान के ऐतिहासिक आवास में तोड़फोड़ की। भारत ने इस घटना पर चिंता जताई।
HighLights
- शेख हसीना ने फेसबुक लाइव के जरिए अवामी लीग पार्टी के समर्थकों को संबोधित किया।
- प्रदर्शनकारियों ने राजधानी के धानमंडी इलाके में मुजीबुर रहमान के घर के सामने रैली निकाल
नई दिल्ली।
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के पिता शेख मुजीबुर रहमान के ऐतिहासिक आवास में बुधवार रात आग लगा दी गई और तोड़फोड़ की गई। बुधवार रात को राजधानी के धानमंडी इलाके में मुजीबुर रहमान के घर के सामने प्रदर्शनकारियों ने रैली निकाली।
इंटरनेट मीडिया पर ‘बुलडोजर जुलूस’ के आह्वान के बाद यह रैली निकाली गई। यह कदम भारत से हसीना के एक ऑनलाइन संबोधन के विरोध में उठाया गया। घटना से जुड़े कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए। वहीं, भारत ने भी इस घटना पर चिंता जताई है।
मुजीबुर रहमान के आवास पर हमला बेहद निंदनीय: भारत
भारत ने इस घटना को गुंडागर्दी करार दिया है। भारत की प्रतिक्रिया गुरुवार शाम को आई। इससे पहले दिन में बांग्लादेश सरकार ने ढाका में भारत के कार्यवाहक उच्चायुक्त को तलब किया और देश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के वर्चुअल भाषण पर अपनी आपत्ति जताई।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, “यह बहुत दुखद है कि बांग्लादेश में अत्याचार और बाहरी आक्रमण के खिलाफ साहसी विरोध के प्रतीक शेख मुजीबुर रहमान के ऐतिहासिक निवास को आग के हवाले कर दिया गया। जो लोग बांग्लादेश में स्वतंत्रता संग्राम के मूल्यों और बंगाली पहचान और गौरव को समझते हैं, वे बांग्लादेश की राष्ट्रीय चेतना को जगाने में शेख मुजीबुर रहमान के निवास के महत्व को समझते हैं। गुंडागर्दी के कृत्य की कड़े शब्दों में निंदा की जानी चाहिए।” आपको बता दें कि वर्तमान में मुजीबुर रहमान के निवास को एक संग्रहालय के रूप में स्थापित किया गया था। शेख हसीना ने यह भाषण भारत से वर्चुअली दिया। बांग्लादेश ने इस भाषण को लेकर भारत से शेख हसीना की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने का अनुरोध किया है। इससे बांग्लादेश में अस्थिरता का माहौल बन रहा है।
शेख हसीना ने फेसबुक लाइव के जरिए अवामी मुस्लिम लीग के समर्थकों को संबोधित किया। संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में उन्हें मारने के लिए आंदोलन शुरू किया गया था। मोहम्मद यूनुस ने मुझे और मेरी बहन को मारने की योजना बनाई थी।
शेख हसीना ने आगे कहा कि अगर अल्लाह ने मुझे इन हमलों के बावजूद जिंदा रखा है, तो उसने जरूर कुछ बड़ा किया होगा. अगर ऐसा नहीं होता तो मैं इतनी बार मौत को नहीं हरा पाती. उन्होंने सवाल उठाया था कि लोगों ने उनके घर को क्यों आग लगाई? मैं बांग्लादेश के लोगों से न्याय की मांग करती हूं. क्या मैंने अपने देश के लिए कुछ नहीं किया है? हमारा इतना अपमान क्यों किया गया. आपको बता दें कि बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद प्रदर्शनकारियों ने शेख हसीना के आवास में तोड़फोड़ की थी. उनके घर का सामान लूट लिया गया था. उनके घर को बुलडोजर से गिरा दिया गया था. उन्होंने मोहम्मद यूनुस और उनके समर्थकों को चुनौती देते हुए कहा कि वे राष्ट्रीय ध्वज और संविधान को बुलडोजर से नष्ट कर सकते हैं, जो हमने लाखों शहीदों की जान की कीमत पर हासिल किया है. इतिहास को बुलडोजर से मिटाया नहीं जा सकता.